Train हादसे: बीते 5 साल में 586 भीषण हादसे, 53% घटना पटरी से उतरने के कारण

नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुए ट्रेन हादसे के बाद रेल यात्रा को लेकर लोगों में एक तरफ जहां भय का वातावरण है। वहीं, एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। एक हिन्दी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक 19 अगस्त 2017 को उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटना सहित पिछले पांच साल में देश में 586 रेल दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें से करीब 53 प्रतिशत घटनाएं ट्रेन के पटरी से उतरने के कारण हुर्इं। रेलवे के सुरक्षा ढांचे को बेहतर बनाने के प्रयासों के बावजूद ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। 

53 फीसदी हादसे पटरी से उतरने के कारण

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पिछले पांच साल में 586 रेल दुर्टनाएं हुई हैं और इनमें से 53 प्रतिशत घटनाओं का कारण ट्रेन का पटरी से उतरना रहा है। नवंबर 2014 से  अभी तक 20 रेल दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें से कई मामूली घटनाएं थीं।

2016 में इंदौर-पटना हादसा सबसे भीषण

सबसे भीषण दुर्घटना 20 नवंबर 2016 को इंदौर-पटना एक्सप्रेस के कानपुर के पास पटरी से उतरने की थी, जिसमें 150 लोग मारे गए और 150 से अधिक लोग घायल हुए। ट्रेन कानपुर की बाहरी सीमा स्थित पुखरायां स्टेशन से थोड़ी दूर जाते ही पटरी से उतर गई थी। ट्रेन में क्षमता से अधिक लोगों के भरे होने और रेल लाइन में दरार होने सहित दुर्टना के लिए कई चीजों को जिम्मेदार ठहराया गया।

2015 में शिवालिक क्वीन पटरी से उतरी थी

12 सितंबर 2015 को छोटी लाइन पर चलने वाली ट्रेन शिवालिक क्वीन पटरी से उतर गई थी। यह कालका से शिमला के बीच चलती है। ट्रेन में 36 ब्रिटिश पर्यटक और एक पर्यटक गाइड सवार थे। हादसे में दो पर्यटकों की मौत हो गई थी और अन्य 15 लोग घायल हो गए थे।        

12 सिंतबर में 2015 को दूरंतो एक्सप्रेस

सिकंदराबाद जंक्शन-मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनस दुरंतो एक्सप्रेस के नौ डिब्बे कनार्टक के कलबुगीर् में 12 सितंबर 2015 को पटरी से उतर गए थे। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी और सात अन्य लोग घायल हो गए थे।

4 अगस्त 2015 को मध्यप्रदेश के खिरकिया में तबाही 

मध्य प्रदेश में 4 अगस्त 2015 को हुई दोहरी रेल दुर्टना में 31 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे। कामायनी एक्सप्रेस और जनता एक्सप्रेस दोनों ही पटरी से उतर गई थीं।

25 मई 2015 को कौशांबी एक्सप्रेस

राउरकेला-जम्मू तवी मूरी एक्सप्रेस 25 मई 2015 को उत्तर प्रदेश के कौशांबी में पटरी से उतर गई थी। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी और 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे।

20 मार्च 2015 देहरादून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस 

देहरादून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस 20 मार्च 2015 को रायबरेली जिले में पटरी से उतर गई थी, जिसमें 58 लोगों की मौत हुई थी और 150 से अधिक लोग घायल हुए थे।

2015 में बेंगलुरु-एनार्कुलम इंटरसिटी एक्सप्रेस 

13 फरवरी 2015 को बेंगलूरु की बाहरी सीमा पर बैंगलूरु-एनार्कुलम इंटरसिटी एक्सप्रेस के नौ डिब्बों के पटरी से उतरने से 10 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 150 अन्य घायल हो गए थे।

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