भोपाल, ब्यूरो। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज विदिशा में बेतवा नदी के किनारे स्थित श्री बाढ़ वाले गणेश मंदिर में सपरिवार पहुंचकर पूजा-अर्चना की तथा सुन्दरकांड का पाठ किया। श्री चौहान ने धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ मंदिर में चल रहे हवन यज्ञ में शामिल होकर पूणार्हूतियां दी। मुख्यमंत्री ने मंदिर में आयोजित भंडारे में कन्याओं को भोजन-प्रसादि परोसी।
लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह राजपूत, राज्यमंत्री सूर्यप्रकाश मीणा, विदिशा नगरपालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन, जिला पंचायत अध्यक्ष तोरण सिंह दांगी, को-आपरेटिव बैंक के अध्यक्ष श्याम सुंदर शर्मा समेत अन्य जन-प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक इस अवसर पर मौजूद थे।
भोजन-दान सबसे बड़ा दान
मुख्यमंत्री चौहान ने विदिशा में सार्वजनिक भोजनालय के 35वें स्थापना दिवस में कहा कि भूखे को भोजन कराना आज के युग का सबसे बड़ा दान है। समाजसेवियों द्वारा अनवरत अनेक वर्षो से इस काम में समर्पित सहयोग दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसर में मरीजों के परिजनों को एक रूपए की दर पर स्वादिष्ट भोजन कराना अपने आप में अदभुत कार्य है।
श्री चौहान ने इस अवसर पर बताया कि प्रदेश में दीनदयाल रसोई योजना शुरू करने की प्रेरणा इसी सार्वजनिक भोजनालय से मिली थी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित पद्मश्री से सम्मानित संजीव कपूर से कहा कि वे प्रदेश के व्यंजनों को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने में मदद करें। सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी।
पद्मश्री संजीव कपूर ने इस मौके पर कहा कि कोई भी संस्था इतने स्नेह से भोजन कराते हुए मुझे आज तक नहीं दिखी। इस प्रकार के सार्वजनिक भोजनालयों की संख्या और बढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के लिए मैं कुछ कर सकूं, ये मेरा सौभाग्य होगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में स्वास्थ्य सेवाओं पर आधारित आफ्टर गॉड पुस्तिका का विमोचन किया। कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष श्री मोहन अग्रवाल, पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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