फेसबुक ने 4 चीनी कंपनियों को भी सौंपा डाटा, सस्ते फोनों पर FB पहुंच बढ़ाने का था समझौता

कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ डाटा चोरी विवाद में फंसी फेसबुक को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने खुलासा किया कि फेसबुक ने स्मार्टफोन निर्माता 60 कंपनियों को डाटा सौंपा है। अब फेसबुक ने यह कहकर एक और विवाद को जन्म दे दिया है कि उसने इन 60 कंपनियों के साथ चीन की चार कंपनियों से भी डाटा शेयर किया है। इनमें एक टेलीकम्युनिकेशन उपकरण निर्माता कंपनी ‘हुआवी’ भी शामिल है जिस पर अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा चीनी सरकार के लिए जासूसी के आरोप में देश की सुरक्षा पर खतरा बताकर प्रतिबंध लगाया जा चुका है।


फेसबुक ने चीन की जिन चार कंपनियों को अपने यूजरों और उनके दोस्तों का डाटा दिया है उनमें हुआवी के अलावा लेनोवो, ओप्पो और टीसीएल शामिल हैं। अमेरिकी खुफिया कमेटी के उपाध्यक्ष सीनेटर मार्क वार्नर ने कहा कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा 2012 में भी हुआवी को लेकर चिंता जता चुकी है। वार्नर ने फेसबुक द्वारा हुआवी को डाटा देने पर भी सवाल उठाए हैं। हालांकि फेसबुक ने यह भी कहा है कि चीन की चारों कंपनियों के साथ डाटा शेयरिंग को लेकर हुआ समझौता जारी रहेगा, लेकिन हुआवी से इस सप्ताह के अंत तक इसे वापस ले लिया जाएगा।

‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के खुलासे के मुताबिक फेसबुक ने जिन 60 कंपनियों के साथ डाटा शेयरिंग की है उनमें अमेजॉन, एप्पल, ब्लैकबेरी और सेमसंग जैसी कंपनियां शामिल हैं। इनमें शामिल चीन की चार कंपनियों में से लेनोवो कंप्यूटर निर्माता कंपनी है, जबकि ओप्पो, टीसीएल कॉर्प और हुआवी स्मार्टफोन निर्माता टेलीकम्युनिकेशंस कंपनियां हैं। पिछले साल इन कंपनियों ने फेसबुक को चीन में फोटो शेयरिंग एप के जारी करने में भी सहयोग दिया था। फेसबुक ने कहा है कि वह हुआवी के अलावा चीन की अन्य तीन कंपनियों के साथ भी जल्द ही अपना समझौता खत्म कर सकती है।

सस्ते चीनी फोनों पर फेसबुक पहुंच बढ़ाने को हुआ समझौता
चीन की चारों कंपनियों ने फेसबुक के साथ जो समझौता किया है उसमें एक ऐसी साझेदारी शामिल है जिसके तहत ये कंपनियां फेसबुक डाटा का इस्तेमाल करने के बदले उसकी पहुंच अपने मोबाइल पर बढ़ाएंगी। यानी समझौते के मुताबिक ये चारों चीनी कंपनियां फेसबुक को उनकी निर्मित डिवाइसों पर इंटरनेट उपयोग करने वाले यूजर्स लाकर देने के लिए वचनबद्ध हैं। इसके अलावा डील में इन चारों चीनी कंपनियों को अपने लोकप्रिय फीचरों में किसी भी तरह फेसबुक को उसकी पहुंच बढ़ाने में मदद देना थी जिसमें फेसबुक एप भी शामिल है।

फेसबुक की सफाई पर भी कांग्रेस को विवरण मुहैया कराने के मांग
हुआवी के साथ डाटा शेयरिंग पर विवाद खड़ा होते ही फेसबुक ने कहा कि वह न सिर्फ एक सप्ताह में अपना समझौता वापस ले लेगी बल्कि सफाई भी दी कि उसका डाटा हुआवी के फोन पर ही रहेगा, न कि उसके सर्वर पर। लेकिन रिपब्लिकन सीनेटर और वाणिज्यिक समिति के अध्यक्ष जॉन थ्यून ने मांग रख दी है कि फेसबुक डाटा साझेदारी को लेकर अमेरिकी संसद (कांग्रेस) को पूरे विवरण मुहैया कराए। ताकि फेसबुक को पारदर्शिता के उच्च मापदंडों के लिए कड़ा पाठ पढ़ाया जा सके।
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