175 करोड़ की प्रापर्टी की कीमत सिर्फ 10 करोड़, मुश्किल में लालू फैमिली

नई दिल्ली, एजेंसी। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और JDU के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की मुसीबत है कि कम होने का नाम नहीं ले रही है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उनकी फैमिली की संपत्ति जब्त कर ली है। मार्केट कीमत के हिसाब से लालू यादव की कुल संपत्ति की 175 करोड़ रुपए से ज्यादा है। जबकी कागजों पर उनकी कीमत महज 9.32 करोड़ रुपए ही बताई जा रही है। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग ने फौरी तौर पर वो सारी बेनामी संपत्ति जब्त कर ली है जो लालू यादव के बच्चों से जुड़ी हुई बताई जाती है।

1. जलालपुर में 9 प्लॉट, पीएस दानापुर, पटना
इनके नाम जायदाद- डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड
अघोषित लाभार्थी- राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव
कागजी कीमत- 1.9 करोड़ रुपए
मार्केट में कीमत- 65 करोड़ रुपए

2. जलालपुर में 3 प्लॉटें, पीएस दानापुर, पटना
इनके नाम जायदाद- एके इंफोसिस्टम
अघोषित लाभार्थी- राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव
कागज पर कीमत- 1.6 करोड़ रुपए
मार्केट कीमत- 20 करोड़ रुपए

3.फार्म संख्या-16, पालम फार्म्स, बिजवासन, दिल्ली।
इनके नाम जायदाद- मिशैल पैकर्स और प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड
अघोषित लाभार्थी- मीसा भारती और शैलेश कुमार
किताबी कीमत- 1।4 करोड़ रुपये
मार्केट में कीमत- 40 करोड़ रुपये

4.1088, न्यू फ्रेंडस कॉलोनी
इनके नाम जायदाद- एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड
अघोषित लाभार्थी- तेजस्वी यादव, चंदा और रागिनी यादव
कागजी कीमत- 5 करोड़ रुपए
मार्केट में कीमत- 40 करोड़ रुपए

राबड़ी देवी 18 फ्लैटों की मालकिन
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी पटना शहर के अंदर 18 फ्लैट और 18 पार्किंग स्थल की मालकिन हैं। ये 18 फ्लैट कुल 18,652 स्केवयर फीट में बने हैं जिनकी वे मालकिन हैं। इनकी कीमत आज 20 करोड़ रुपए से ज्यादा है। राबड़ी देवी ने पटना शहर के 2 अलग-अलग स्थानों पर लालू जी के रेल मंत्री या स्वयं के मुख्यमंत्रित्व काल में निम्न जमीन लिखवा लिया।

50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी
एक जमीन स्व: अरविंद कुमार यादव के बेटों मनोज, गोपी कृष्ण, राजेश कुमार, बिनोद कमार एवं सुशीला देवी पति अरविंद यादव से लिखवाई गई। इसमें मनोज कुमार के परिवार को रेलवे में नौकरी दी गई है। इन दोनों भूखंडों पर फरवरी, 2011 में श्रेया कंस्ट्रक्शन द्वारा अमरेंद्र कुमार सिन्हा खजांची रोड, पटना के साथ डेवलपमेंट एग्रीमेंट किया गया। इस करार के अनुसार कुल 37 हजार 405 स्क्वेयर फीट में बनाया जाना था। इसमें दोनों की 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।

कबाब मंत्री को किया था गिरफ्तार
अरविन्द यादव के परिवार को आवामी कॉपरेटिव बैंक के माध्यम से चेक दिखाए गए हैं। इनका कभी भुगतान नहीं हुआ। आवामी कॉपरेटिव बैंक के अध्यक्ष अनवर अहमद है जिन्हें लालूजी का ‘कबाब मंत्री’ कहा जाता था। जिसे लालू ने एमएलसी बनाया और जिनके यहां सीबीआई ने पिछले दिनों नोटबंदी के दौरान फर्जी बैंक खातों के आरोप में छापामारी कर करोड़ों जब्त किया था। रेल मंत्री के नाते नौकरी,ठेका,मदद के एवज में जो जमीन लिखवाई गई।

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