नई दिल्ली। ऊबर के दफ्तर में यौन उत्पीड़न, भेदभाव एवं दुर्व्यवहार के मामलों को नजरअंदाज करना सीईओ ट्रैविस कैलनिक को भारी पड़ गया। निवेशकों के भारी दबाव में उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा है। वे कंपनी के को-फाउंडर भी थे। मीडिया रिपोर्ट में दो करीबी सूत्रों के हवाले से कहा गया कि कैलनिक के छुट्टी पर जाने के बाद कंपनी के बड़े-बड़े निवेशकों के बीच गहमागहमी का माहौल बन गया और पांच निवेशकों ने कैलनिक के तुरंत इस्तीफे की मांग की। वेंचर कैपिटल फर्म बेंचमार्क ने कैलनिक का जबर्दस्त विरोध किया।
‘मैं दुनिया में सबसे ज्यादा ऊबर को प्यार करता हूं और अपने व्यक्तिगत जीवन की इस कठिन घड़ी में मैंने हटने का निवेशकों का आग्रह स्वीकार कर लिया ताकि ऊबर फिर से मजबूती की ओर बढ़े न कि एक और लड़ाई में फंसकर पटरी से उतर जाए।’
-ट्रैविस कैलनिक, को-फाउंडर ऊबर
कैलनिक ने ऊबर को हमेशा प्राथमिकता दी और उनका सीईओ का पद छोड़ने से ऊबर के इतिहास के इस नए अध्याय को पूरी तरह अंगीकार करने का मौका मिलेगा।
कंपनी बोर्ड का बयान
ऊबर ड्राइवर ने साल 2014 में रेप किया था
12 जून को कंपनी में वर्क कल्चर खराब होने का खामियाजा न केवल कैलनिक को बल्कि उनके एक सिपहसलार को भी भुगतना पड़ सकता है। तब कहा गया था कि बोर्ड में टॉप आॅफिसर एमिल माइकल को नौकरी से हटाने की बात चल रही है। इससे पहले कंपनी के एक टॉप अधिकारी को हटा दिया गया था जिन्होंने उस भारतीय महिला का कथित तौर पर मेडिकल रिकॉर्ड जुटाया था जिसका ऊबर ड्राइवर ने साल 2014 में रेप किया था। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि ऊबर ने 6 जून को एशिया पसिफिक बिजनस के प्रेजिडेंट एरिक अलेक्जेंडर को नौकरी से निकाल दिया। दरअसल, पिछले कुछ महीनों में कंपनी उत्पीड़न, भेदभाव और दुर्व्यवहार के आरोपों में 20 कर्मचारियों को हटाने का ऐलान कर चुकी है।
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