अब खुल के तो नहीं कहेंगे ना कि ये गधा कौन है ....जय हो!

■ हेमंत ठाकुर की Facebook वॉल से साभार

ऋण माफी दस्तावेज के ऊपर दो मुस्कुराता चेहरा देखिए और फिर ऋण माफी की #रकम 10.37 रुपये देखिए। आप खुद ही उनके ठहाके का राज जान जाएंगे। उन्होंने कहा था हम गधे से भी प्रेरणा लेते हैं । अब खुल के तो नहीं कहेंगे ना कि ये गधा कौन है । 2014 के बाद 2017 में भी वोट दे देने वाला ही होगा ना। भक्तिकालीन ऋण माफी योजना 10.37 रुपया।
जय हो ।


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