दरअसल, कंपनी में कामकाज की संस्कृति में बदलाव, वेतन वृद्धि, नौकरी छोड़नेवाले कर्मचारियों की बढ़ती तादाद, कंपनी छोड़नेवालों को दिए जानेवाले मुआवजे (सेवरेंस पे) आदि को लेकर प्रमोटर लगातार आवाज उठाते रहे। खासकर, कंपनी के सह-संस्थापक नारायणमूर्ति इन मुद्दों पर काफी मुखर रहे। कंपनी के पूर्व सीएफओ राजीव बंसल को मिले सेवरेंस पे पर उन्होंने गहरी आपत्ति जताई। बहरहाल, विशाल सिक्का ने रेजिग्नेशन लेटर में अच्छे काम को लगातार नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। उन्होंने लेटर में लिखा कि काम में लगातार रुकावट डाली जा रही थी।
सिक्का ने अपने इस्तीफे में लिखा, ‘ऐसे रुकावट भरे माहौल में मेरे लिए काम करना मुश्किल हो गया है। मेरे ऊपर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद और झूठे साबित हुए हैं। मैंने शेयरधारकों के हित में इस्तीफा दिया है।’ इस्तीफे पर कंपनी ने कहा कि नए मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ के पदभार संभालने तक विशाल एक्जिक्युटिव वाइस-चेयरमैन बने रहेंगे। 31 मार्च, 2018 से पहले-पहले यह नियुक्ति कर दी जाएगी।
Moving on...https://t.co/U3CJrtdz5c
— Vishal Sikka (@vsikka) August 18, 2017
शेयर बाजार हुआ धड़ाम
शुक्रवार को शेयर मार्केट गिरावट के साथ खुला ही था कि विशाल सिक्का के इस्तीफ की खबरें आने लगीं। इस्तीफा देने की खबरों के बीच सेंसेक्स 200 अंकों से ज्यादा टूटकर खुला जबकि निफ्टी में रेड मार्क भी खुलते ही रेड मार्क में चला गया। 9:18 बजे सेंसेक्स में 210.84 अंकों की गिरावट आ गई जबकि निफ्टी 62.20 पॉइंट टूट चुका था। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स जहां 31584.62 पर, वहीं निफ्टी 9841.95 पर ट्रेड कर रहा था।
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