पहली बार स्वयंसेवक पहुंचा रायसीना हिल्स, बना इतिहास

नई दिल्ली। पहली बार रायसीना हिल्स में स्वयं सेवक पहुंचा है। उम्मीद के मुताबिक रामनाथ कोविंद जीत गए हैं। कोविंद 25 जुलाई को शपथ ग्रहण करेंगे। 65.65 फीसदी वोट के साथ देश के 14वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए हैं। वहीं, विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को कुल 34.35 फीसदी वोट मिले। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जीत के बाद रामनाथ कोविंद को बधाई दी है।

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राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को हुए मतदान में रामनाथ कोविंद को कुल 7,02,044 वोट मिले, वहीं मीरा कुमार को 3,67,314 वोटों पर ही संतोष करना पड़ा। गौरतलब है कि 2012 के राष्ट्रपति चुनाव में प्रणव मुखर्जी को 7,13,763 और विपक्षी उम्मीदवार पीए संगमा को 3,15,987 वोट मिले थे।

8 राउंड में हुई वोटों की गिनती में कोविंद शुरू से अंत तक बढ़त बनाए रहे। पहले राष्ट्रपति भवन की मतदान पेटी को खोला गया फिर ऐल्फाबेट के आधार पर राज्यों की मतदान पेटियों के मतों की गणना की गई। सभी वोटों की गिनती 4 अलग मेजों पर की गई और 8 दौर में गिनती पूरी हुई। 

इस बार करीब 99 प्रतिशत मतदान हुआ था। संसद भवन के एक मतदान केंद्र सहित विभिन्न राज्यों में 32 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। चनाव में कुल 4,896 मतदाता (4,120 विधायक और 776 निर्वाचित सांसद) वोट देने के लिए पात्र थे। विधान परिषद वाले राज्यों के एमएलसी इलेक्टोरल कॉलेज का हिस्सा नहीं हैं।

ध्यान रहे कि विधायकों के मतों का मूल्य राज्य की जनसंख्या पर निर्भर करता है, जिस राज्य से वे विधायक नाता रखते हैं, जबकि सभी सांसदों के मतों का मूल्य एक समान 708 है। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की तुलना में अधिकतर मत बिहार के पूर्व राज्यपाल और सत्तारुढ़ गठबंधन राजग रामनाथ कोविंद के पक्ष में डाले गए थे।

गुजरात में बड़े पैमाने पर क्रॉस वोटिंग देखने को मिली। गुजरात से रामनाथ कोविंद को 132 विधायकों ने वोट किया, जबकि गुजरात में भाजपा विधायकों की तादाद 121 है। माना जा रहा है कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग किया है।

जीत के बाद बोले रामनाथ कोविंद
उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि ‘जिस पद का गौरव डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, एपीजे अब्दुल कलाम और प्रणव मुखर्जी जैसे विद्वानों ने बढ़ाया उस पद पर रहना मेरे लिए गौरव की बात है और यह मुझे जिम्मेदारी का अहसास करा रहा है। परौख गांव का यह कोविंद देश के सभी लोगों को नमन करते हुए ये विश्वास दिलाता हूं कि मैं सर्वे भवन्तु सुखिन: के भाव के साथ मैं निरंतर लगा रहूंगा।’

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